सोमवार, जनवरी 25, 2010

कल एक और गणतंत्र दिवस




हर बार की तरह कल एक और गणतंत्र दिवस का समारोह होगा और आज शाम गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश की आम जनता के नाम राष्ट्रपति का संदेश राष्ट्रीय चैनल पर प्रसारित किया जाएगा. इस अवसर पर सब कुछ राष्ट्रिय होगा, सरकारी होगा.


क्या मकसद है इस दिन को मनाने का? मेरे समझ नहीं आता. क्यों जरुरी है राजपथ पर परेड और ये दिखावा? क्या इस दिन को मनाएं बिना हमे इस बात का एहसास नहीं होगा कि हम आज़ाद हैं?

1 टिप्पणी:

Fauziya Reyaz ने कहा…

vikasji...log ghar ki shaadi mein, janmdin party mei itna kharch karte hain is ehsaas ke liye nahi ki unki shaadi ho rahi hai ya unhone janm liya hai.....balki isliye ki dikhawa kiya ja sake....note dikhaye ja sakein....aaya samjh